1 तब यीशु ने भीड़ से और अपने चेलों से कहा।
2 शास्त्री और फरीसी मूसा की गद्दी पर बैठे हैं।
3 इसलिये वे तुम से जो कुछ कहें वह करना, और मानना; परन्तु उन के से काम मत करना; क्योंकि वे कहते तो हैं पर करते नहीं।
4 वे एक ऐसे भारी बोझ को जिन को उठाना कठिन है, बान्धकर उन्हें मनुष्यों के कन्धों पर रखते हैं; परन्तु आप उन्हें अपनी उंगली से भी सरकाना नहीं चाहते।
5 वे अपने सब काम लोगों को दिखाने के लिये करते हैं: वे अपने तावीजों को चौड़े करते, और अपने वस्त्रों की को रें बढ़ाते हैं।
6 जेवनारों में मुख्य मुख्य जगहें, और सभा में मुख्य मुख्य आसन।
7 और बाजारों में नमस्कार और मनुष्य में रब्बी कहलाना उन्हें भाता है।