1 जब यीशु ये सब बातें कह चुका, तो अपने चेलों से कहने लगा।
2 तुम जानते हो, कि दो दिन के बाद फसह का पर्व्व होगा; और मनुष्य का पुत्र क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिये पकड़वाया जाएगा।
3 तब महायाजक और प्रजा के पुरिनए काइफा नाम महायाजक के आंगन में इकट्ठे हुए।
4 और आपस में विचार करने लगे कि यीशु को छल से पकड़कर मार डालें।
5 परन्तु वे कहते थे, कि पर्व्व के समय नहीं; कहीं ऐसा न हो कि लोगों में बलवा मच जाए।
6 जब यीशु बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर में था।
7 तो एक स्त्री संगमरमर के पात्र में बहुमोल इत्र लेकर उसके पास आई, और जब वह भोजन करने बैठा था, तो उसके सिर पर उण्डेल दिया।