5 और सपेरा कैसी ही निपुणता से क्योंन मंत्र पढ़े, तौभी उसकी नहीं सुनता॥
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 58
देखें संदर्भ में भजन संहिता 58:5