10 चालीस वर्ष तक मैं उस पीढ़ी के लोगों से रूठा रहा, और मैं ने कहा, ये तो भरमाने वाले मन के हैं, और इन्होंने मेरे मार्गों को नहीं पहिचाना।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 95
देखें संदर्भ में भजन संहिता 95:10