1 फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
2 हे मनुष्य के सन्तान, तू बलवा करने वाले घराने के बीच में रहता है, जिनके देखने के लिये आंखें तो हैं, परन्तु नहीं देखते; और सुनने के लिये कान तो हैं परन्तु नहीं सुनते; क्योंकि वे बलवा करने वाले घराने के हैं।
3 इसलिये हे मनुष्य के सन्तान दिन को बंधुआई का सामान, तैयार कर के उनके देखते हुए उठ जाना, उनके देखते हुए अपना स्थान छोड़ कर दूसरे स्थान को जाना। यद्यपि वे बलवा करने वाले घराने के हैं, तौभी सम्भव है कि वे ध्यान दें।
4 सो तू दिन को उनके देखते हुए बंधुआई के सामान की नाईं अपना सामान निकालना, और तब तू सांझ को बंधुआई में जाने वाले के समान उनके देखते हुए उठ जाना।