10 हे मेरी बहिन, हे मेरी दुल्हिन, तेरा प्रेम क्या ही मनोहर है! तेरा प्रेम दाखमधु से क्या ही उत्तम है, और तेरे इत्रोंका सुगन्ध इस प्रकार के मसालों के सुगन्ध से!
पूरा अध्याय पढ़ें श्रेष्ठगीत 4
देखें संदर्भ में श्रेष्ठगीत 4:10