19 तब असाहेल अब्नेर का पीछा करने लगा, और उसका पीछा करते हुए न तो दाहिनी ओर मुड़ा न बाई ओर।
20 अब्नेर ने पीछे फिरके पूछा, क्या तू असाहेल है? उसने कहा, हां मैं वही हूँ।
21 अब्नेर ने उस से कहा, चाहे दाहिनी, चाहे बाई ओर मुड़, किसी जवान को पकड़कर उसका बकतर ले ले। परन्तु असाहेल ने उसका पीछा न छोड़ा।
22 अब्नेर ने असाहेल से फिर कहा, मेरा पीछा छोड़ दे; मुझ को क्यों तुझे मार के मिट्टी में मिला देना पड़े? ऐसा करके मैं तेरे भाई योआब को अपना मुख कैसे दिखाऊंगा?
23 तौभी उसने हट जाने को नकारा; तब अब्नेर ने अपने भाले की पिछाड़ी उसके पेट में ऐसे मारी, कि भाला आरपार हो कर पीछे निकला; और वह वहीं गिर के मर गया। और जितने लोग उस स्थान पर आए जहां असाहेल गिर के मर गया, वहां वे सब खढ़े रहे।
24 परन्तु योआब और अबीशै अब्नेर का पीछा करते रहे; और सूर्य डूबते डूबते वे अम्मा नाम उस पहाड़ी तक पहुंचे, जो गिबोन के जंगल के मार्ग में गीह के साम्हने है।
25 और बिन्यामीनी अबब्नेर के पीछे हो कर एक दल हो गए, और एक पहाड़ी की चोटी पर खड़े हुए।