इब्रानियों 9:1-7 HHBD

1 निदान, उस पहिली वाचा में भी सेवा के नियम थे; और ऐसा पवित्रस्थान जो इस जगत का था।

2 अर्थात एक तम्बू बनाया गया, पहिले तम्बू में दीवट, और मेज, और भेंट की रोटियां थी; और वह पवित्रस्थान कहलाता है।

3 और दूसरे परदे के पीछे वह तम्बू था, जो परम पवित्रस्थान कहलाता है।

4 उस में सोने की धूपदानी, और चारों ओर सोने से मढ़ा हुआ वाचा का संदूक और इस में मन्ना से भरा हुआ सोने का मर्तबान और हारून की छड़ी जिस में फूल फल आ गए थे और वाचा की पटियां थीं।

5 और उसके ऊपर दोनों तेजोमय करूब थे, जो प्रायश्चित्त के ढकने पर छाया किए हुए थे: इन्हीं का एक एक करके बखान करने का अभी अवसर नहीं है।

6 जब ये वस्तुएं इस रीति से तैयार हो चुकीं, तब पहिले तम्बू में तो याजक हर समय प्रवेश करके सेवा के काम निबाहते हैं

7 पर दूसरे में केवल महायाजक वर्ष भर में एक ही बार जाता है; और बिना लोहू लिये नहीं जाता; जिसे वह अपने लिये और लोगों की भूल चूक के लिये चढ़ावा चढ़ाता है।