18 भोर को सिपाहियों में बड़ी हलचल होने लगी, कि पतरस क्या हुआ।
19 जब हेरोदेस ने उस की खोज की, और न पाया; तो पहरूओं की जांच करके आज्ञा दी कि वे मार डाले जाएं; और वह यहूदिया को छोड़कर कैसरिया में जा रहा।
20 और वह सूर और सैदा के लोगों से बहुत अप्रसन्न था; सो वे एक चित्त होकर उसके पास आए और बलास्तुस को, जो राजा का एक कर्मचारी था, मनाकर मेल करना चाहा; क्योंकि राजा के देश से उन के देश का पालन पोषण होता था।
21 और ठहराए हुए दिन हेरोदेस राजवस्त्र पहिनकर सिंहासन पर बैठा; और उन को व्याख्यान देने लगा।
22 और लोग पुकार उठे, कि यह तो मनुष्य का नहीं परमेश्वर का शब्द है।
23 उसी झण प्रभु के एक स्वर्गदूत ने तुरन्त उसे मारा, क्योंकि उस ने परमेश्वर की महिमा नहीं की और वह कीड़े पड़ के मर गया॥
24 परन्तु परमेश्वर का वचन बढ़ता और फैलता गया॥