1 जब हम बच निकले, तो जाना कि यह टापू मिलिते कहलाता है।
2 और उन जंगली लोगों ने हम पर अनोखी कृपा की; क्योंकि मेंह के कारण जो बरस रहा था और जाड़े के कारण उन्होंने आग सुलगाकर हम सब को ठहराया।
3 जब पौलुस ने लकिडय़ों का गट्ठा बटोरकर आग पर रखा, तो एक सांप आंच पाकर निकला और उसके हाथ से लिपट गया।
4 जब उन जंगलियों ने सांप को उसके हाथ में लटके हुए देखा, तो आपस में कहा; सचमुच यह मनुष्य हत्यारा है, कि यद्यपि समुद्र से बच गया, तौभी न्याय ने जीवित रहने न दिया।
5 तब उस ने सांप को आग में झटक दिया, और उसे कुछ हानि न पहुंची।