38 ये जिनके नाम लिखे हुए हैं, अपने अपने कुल में प्रधान थे; और उनके पितरों के घराने बहुत बढ़ गए।
39 ये अपनी भेड़-बकरियों के लिये चराई ढूंढ़ने को गदोर की घाटी की तराई की पूर्व ओर तक गए।
40 और उन को उत्तम से उत्तम चराई मिली, और देश लम्बा-चौड़ा, चैन और शांति का था; क्योंकि वहां के पहिले रहने वाले हाम के वंश के थे।
41 और जिनके नाम ऊपर लिखे हैं, उन्होंने यहूदा के राजा हिजकिय्याह के दिनों में वहां आकर जो मूनी वहां मिले, उन को डेरों समेत मार कर ऐसा सत्यानाश कर डाला कि आज तक उनका पता नहीं है, और वे उनके स्थान में रहने लगे, क्योंकि वहां उनकी भेड़-बकरियों के लिये चराई थी।
42 और उन में से अर्थात शिमोनियों में से पांच सौ पुरुष अपने ऊपर पलत्याह, नार्याह, रपायाह और उज्जीएल नाम यिशी के पुत्रों को अपने प्रधान ठहराया;
43 तब वे सेईद पहाड़ को गए, और जो अमेलेकी बच कर रह गए थे उन को मारा, और आज के दिन तब वहां रहते हैं।