11 दाऊद ने इस्राएल पर चालीस वर्ष राज्य किया, सात वर्ष तो उसने हब्रोन में और तैंतीस वर्ष यरूशलेम में राज्य किया था।
12 तब सुलैमान अपने पिता दाऊद की गद्दी पर विराजमान हुआ और उसका राज्य बहुत दृढ़ हुआ।
13 और हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह, सुलैमान की माता बतशेबा के पास आया, और बतशेबा ने पूछा, क्या तू मित्रभाव से आता है?
14 उसने उत्तर दिया, हां, मित्रभाव से! फिर वह कहने लगा, मुझे तुझ से एक बात कहनी है। उसने कहा, कह!
15 उसने कहा, तुझे तो मालूम है कि राज्य मेरा हो गया था, और समस्त इस्राएली मेरी ओर मुंह किए थे, कि मैं राज्य करूं; परन्तु अब राज्य पलटकर मेरे भाई का हो गया है, क्योंकि वह यहोवा की ओर से उसको मिला है।
16 इसलिये अब मैं तुझ से एक बात मांगता हूँ, मुझ से नाही न करना उसने कहा, कहे जा।
17 उसने कहा, राजा सुलैमान तुझ से नाही न करेगा; इसलिये उस से कह, कि वह मुझे शूनेमिन अबीशग को ब्याह दे।