12 यह वचन सुनते ही वह जो और राजाओं समेत डेरों में पी रहा था, उसने अपने कर्मचारियों से कहा, पांति बान्धो, तब उन्होंने नगर के विरुद्ध पांति बान्धी।
13 तब एक नबी ने इस्राएल के राजा अहाब के पास जा कर कहा, यहोवा तुझ से यों कहता है, यह बड़ी भीड़ जो तू ने देखी है, उस सब को मैं आज तेरे हाथ में कर दूंगा, इस से तू जान लेगा, कि मैं यहोवा हूँ।
14 अहाब ने पूछा, किस के द्वारा? उसने कहा यहोवा यों कहता है, कि प्रदेशों के हाकिमों के सेवकों के द्वारा! फिर उसने पूछा, युद्ध को कौन आरम्भ करे? उसने उत्तर दिया, तू ही।
15 तब उसने प्रदेशों के हाकिमों के सेवकों की गिनती ली, और वे दो सौ बत्तीस निकले; और उनके बाद उसने सब इस्राएली लोगों की गिनती ली, और वे सात हजार निकले।
16 ये दोपहर को निकल गए, उस समय बेन्हदद अपने सहायक बत्तीसों राजाओं समेत डेरों में दारू पीकर मतवाला हो रहा था।
17 प्रदेशों के हाकिमों के सेवक पहिले निकले। तब बेन्हदद ने दूत भेजे, और उन्होंने उस से कहा, शोमरोन से कुछ मनुष्य निकले आते हैं।
18 उसने कहा, चाहे वे मेल करने को निकले हों, चाहे लड़ने को, तौभी उन्हें जीवित ही पकड़ लाओ।