1 शमूएल 6:1-5 HHBD

1 यहोवा का सन्दूक पलिश्तियों के देश में सात महीने तक रहा।

2 तब पलिश्तियों ने याजकों और भावी करने वालों को बुलाकर पूछा, कि यहोवा के सन्दूक से हम क्या करें? हमें बताओ की क्या प्रायश्चित देकर हम उसे उसके स्थान पर भेजें?

3 वे बोले, यदि तुम इस्राएल के देवता का सन्दूक वहां भेजा, जो उसे वैसे ही न भेजना; उसकी हानि भरने के लिये अवश्य ही दोषबलि देना। तब तुम चंगे हो जाओगे, और तुम जान लोगे कि उसका हाथ तुम पर से क्यों नहीं उठाया गया।

4 उन्होंने पूछा, हम उसकी हानि भरने के लिये कौन सा दोषबलि दें? वे बोले, पलिश्ती सरदारों की गिनती के अनुसार सोने की पांच गिलटियां, और सोने के पांच चूहे; क्योंकि तुम सब और तुम्हारे सरदार दोनों एक ही रोग से ग्रसित हो।

5 तो तुम अपनी गिलटियों और अपने देश के नाश करने वाले चूहों की भी मूरतें बनाकर इस्राएल के देवता की महिमा मानो; सम्भव है वह अपना हाथ तुम पर से और तुम्हारे देवताओं और देश पर से उठा ले।