8 जैसे जैसे काम वे उस दिन से, जब से मैं उन्हें मिस्र से निकाल लाया, आज के दिन तक करते आए हैं, कि मुझ को त्यागकर पराए, देवताओं की उपासना करते आए हैं, वैसे ही वे तुझ से भी करते हैं।
9 इसलिये अब तू उनकी बात मान; तौभी तू गम्भीरता से उन को भली भांति समझा दे, और उन को बतला भी दे कि जो राजा उन पर राज्य करेगा उसका व्यवहार किस प्रकार होगा॥
10 और शमूएल ने उन लोगों को जो उस से राजा चाहते थे यहोवा की सब बातें कह सुनाईं।
11 और उसने कहा जो राजा तुम पर राज्य करेगा उसकी यह चाल होगी, अर्थात वह तुम्हारे पुत्रों को ले कर अपने रथों और घोड़ों के काम पर नौकर रखेगा, और वे उसके रथों के आगे आगे दौड़ा करेंगे;
12 फिर वह उन को हजार हजार और पचास पचास के ऊपर प्रधान बनाएगा, और कितनों से वह अपने हल जुतवाएगा, और अपने खेत कटवाएगा, और अपने लिये युद्ध के हथियार और रथों के साज बनवाएगा।
13 फिर वह तुम्हारी बेटियों को ले कर उन से सुगन्धद्रव्य और रसोई और रोटियां बनवाएगा।
14 फिर वह तुम्हारे खेतों और दाख और जलपाई की बारियों में से जो अच्छी से अच्छी होंगे उन्हें ले ले कर अपने कर्मचारियों को देगा।