1 परन्तु जब रहूबियाम का राज्य दृढ़ हो गया, और वह आप स्थिर हो गया, तब उसने और उसके साथ सारे इस्राएल ने यहोवा की व्यवस्था को त्याग दिया।
2 उन्होंने जो यहोवा से विश्वासघात किया, उस कारण राजा रहूबियाम के पांचवें वर्ष में मिस्र के राजा शीशक ने,
3 बारह सौ रथ और साठ हजार सवार लिये हुए यरूशलेम पर चढ़ाई की, और जो लोग उसके संग मिस्र से आए, अर्थात लूबी, सुक्किय्यी, कूशी, ये अनगिनत थे।
4 और उसने यहूदा के गढ़ वाले नगरों को ले लिया, और यरूशलेम तक आया।
5 तब शमायाह नबी रहूबियाम और यहूदा के हाकिमों के पास जो शीशक के डर के मारे यरूशलेम में इकट्ठे हुए थे, आ कर कहने लगा, यहोवा यों कहता है, कि तुम ने मुझ को छोड़ दिया है, इसलिये मैं ने तुम को छोड़ कर शीशक के हाथ में कर दिया है।
6 तब इस्राएल के हाकिम और राजा दीन हो गए, और कहा, यहोवा धमीं है।