2 इतिहास 28:20-26 HHBD

20 तब अश्शूर का राजा तिलगतपिलनेसेर उसके विरुद्ध आया, और उसको कष्ट दिया; दृढ़ नहीं किया।

21 आहाज ने तो यहोवा के भवन और राजभवन और हाकिमों के घरों में से धन निकाल कर अश्शूर के राजा को दिया, परन्तु इससे उसकी कुछ सहायता न हुई।

22 और क्लेश के समय राजा आहाज ने यहोवा से और भी विश्वासघात किया।

23 और उसने दमिश्क के देवताओं के लिये जिन्होंने उसको मारा था, बलि चढ़ाया; क्योंकि उसने यह सोचा, कि आरामी राजाओं के देवताओं ने उनकी सहायता की, तो मैं उनके लिये बलि चढ़ाऊंगा कि वे मेरी सहायता करें। परन्तु वे उसके और सारे इस्राएल के पतन का कारण हुए।

24 फिर आहाज ने परमेश्वर के भवन के पात्र बटोर कर तुड़वा डाले, और यहोवा के भवन के द्वारों को बन्द कर दिया; और यरूशलेम के सब कोनों में वेदियां बनाईं।

25 और यहूदा के एक एक नगर में उसने पराये देवताओं को धूप जलाने के लिये ऊंचे स्थान बनाए, और अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को रिस दिलाई।

26 और उसके और कामों, और आदि से अन्त तक उसकी पूरी चाल चलन का वर्णन यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा है।