1 और सरूयाह का पुत्र योआब ताड़ गया कि राजा का मन अबशालोम की ओर लगा है।
2 इसलिये योआब ने तको नगर में दूत भेज कर वहां से एक बुद्धिमान स्त्री को बुलवाया, और उस से कहा, शोक करनेवाली बन, अर्थात शोक का पहिरावा पहिन, और तेल न लगा; परन्तु ऐसी स्त्री बन जो बहुत दिन से मुए के लिये विलाप करती रही हो।
3 तब राजा के पास जा कर ऐसी ऐसी बातें कहना। और योआब ने उसको जो कुछ कहना था वह सिखा दिया।
4 जब वह तकोइन राजा से बातें करने लगी, तब मुंह के बल भूमि पर गिर दण्डवत् करके कहने लगी, राजा की दोहाई