2 शमूएल 17:19-25 HHBD

19 तब उसकी स्त्री ने कपड़ा ले कर कुंए के मुंह पर बिछाया, और उसके ऊपर दला हुआ अन्न फैला दिया; इसलिये कुछ मालूम न पड़ा।

20 तब अबशालोम के सेवक उस घर में उस स्त्री के पास जा कर कहने लगे, अहीमास और योनातन कहां हैं? स्त्री ने उन से कहा, वे तो उस छोटी नदी के पार गए। तब उन्होंने उन्हें ढूंढा, और न पाकर यरूशलेम को लौटे।

21 जब वे चले गए, तब थे कुंए में से निकले, और जा कर दाऊद राजा को समाचार दिया; और दाऊद से कहा, तुम लोग चलो, फुतीं करके नदी के पार हो जाओ; क्योंकि अहीतोपेल ने तुम्हारी हानि की ऐसी ऐसी सम्मति दी है।

22 तब दाऊद अपने सब संगियों समेत उठ कर यरदन पार हो गया; और पह फटने तक उन में से एक भी न रह गया जो यरदन के पार न हो गया हो।

23 जब अहीतोपेल ने देखा कि मेरी सम्मति के अनुसार काम नहीं हुआ, तब उसने अपने गदहे पर काठी कसी, और अपने नगर में जा कर अपने घर में गया। और अपने घराने के विषय जो जो आज्ञा देनी थी वह देकर अपने को फांसी लगा ली; और वह मर गया, और उसके पिता के कब्रिस्तान में उसे मिट्टी दे दी गई।

24 दाऊद तो महनैम में पहुंचा। और अबशालोम सब इस्राएली पुरुषों समेत यरदन के पार गया।

25 और अबशालोम ने अमासा को योआब के स्थान पर प्रधान सेनापति ठहराया। यह अमासा एक पुरुष का पुत्र था जिसका नाम इस्राएली यित्रो था, और वह योआब की माता, सरूयाह की बहिन, अबीगल नाम नाहाश की बेटी के संग सोया था।