2 शमूएल 2:27-32 HHBD

27 योआब ने कहा, परमेश्वर के जीवन की शपथ, कि यदि तू न बोला होता, तो नि:सन्देह लोग सवेरे ही चले जाते, और अपने अपने भाई का पीछा न करते।

28 तब योआब ने नरसिंगा फूंका; और सब लोग ठहर गए, और फिर इस्राएलियों का पीछा न किया, और लड़ाई फिर न की।

29 और अब्नेर अपने जनों समेत उसी दिन रातोंरात अराबा से हो कर गया; और यरदन के पार हो समस्त बित्रोन देश में हो कर महनैम में पहुंचा।

30 और योआब अब्नेर का पीछा छोड़कर लौटा; और जब उसने सब लोगों को इकट्टा किया, तब क्या देखा, कि दाऊद के जनों में से उन्नीस पुरुष और असाहेल भी नहीं हैं।

31 परन्तु दाऊद के जनों ने बिन्यामीनियों और अब्नेर के जनों को ऐसा मारा कि उन में से तीन सौ साठ जन मर गए।

32 और उन्होंने असाहेल को उठा कर उसके पिता के क़ब्रिस्तान में, जो बेतलेहेम में था, मिट्टी दी। तब योआब अपने जनों समेत रात भर चलकर पह फटते हेब्रोन में पहुंचा।