आमोस 7:2-8 HHBD

2 जब वे घास खा चुकीं, तब मैं ने कहा, हे परमेश्वर यहोवा, क्षमा कर! नहीं तो याकूब कैसे स्थिर रह सकेगा? वह कितना निर्बल है!

3 इसके विषय में यहोवा पछताया, और उस से कहा, ऐसी बात अब न होगी॥

4 परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह दिखाया: और क्या देखता हूं कि परमेश्वर यहोवा ने आग के द्वारा मुकद्दमा लड़ने को पुकारा, और उस आग से महासागर सूख गया, और देश भी भस्म हुआ चाहता था।

5 तब मैं ने कहा, हे परमेश्वर यहोवा, थम जा! नहीं तो याकूब कैसे स्थिर रह सकेगा? वह कैसा निर्बल है।

6 इसके विषय में भी यहोवा पछताया; और परमेश्वर यहोवा ने कहा, ऐसी बात फिर न होगी॥

7 उसने मुझे यह भी दिखाया: मैं ने देखा कि प्रभु साहुल लगाकर बनाईं हुई किसी भीत पर खड़ा है, और उसके हाथ में साहुल है।

8 और यहोवा ने मुझ से कहा, हे आमोस, तुझे क्या देख पड़ता है? मैं ने कहा, एक साहुल। तब परमेश्वर ने कहा, देख, मैं अपनी प्रजा इस्राएल के बीच में साहुल लगाऊंगा।