14 और पत्रुसी, कसलूही, और कप्तोरी लोग हुए, कसलूहियों में से तो पलिश्ती लोग निकले॥
15 फिर कनान के वंश में उसका ज्येष्ठ सीदोन, तब हित्त,
16 और यबूसी, एमोरी, गिर्गाशी,
17 हिव्वी, अर्की, सीनी,
18 अर्वदी, समारी, और हमाती लोग भी हुए: फिर कनानियों के कुल भी फैल गए।
19 और कनानियों का सिवाना सीदोन से ले कर गरार के मार्ग से हो कर अज्जा तक और फिर सदोम और अमोरा और अदमा और सबोयीम के मार्ग से हो कर लाशा तक हुआ।
20 हाम के वंश में ये ही हुए; और ये भिन्न भिन्न कुलों, भाषाओं, देशों, और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए॥