22 पलत्याह, हानान, अनायाह;
23 होशे, हनन्याह, हश्शूब;
24 हल्लोहेश, पिल्हा, शोबेक;
25 रहूम, हशब्ना, माशेयाह;
26 अहिय्याह, हानान, आनान;
27 मल्लूक, हारीम और बाना।
28 शेष लोग अर्थात याजक, लेवीय, द्वारपाल, गवैये और नतीन लोग, निदान जितने परमेश्वर की व्यवस्था मानने के लिये देश देश के लोगों से अलग हुए थे, उन सभें ने अपनी स्त्रियों और उन बेटें-बेटियों समेत जो समझने वाले थे,