28 धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूं, परन्तु दुष्टों के मुंह से बुरी बातें उबल आती हैं।
पूरा अध्याय पढ़ें नीतिवचन 15
देखें संदर्भ में नीतिवचन 15:28