18 दुष्ट जन धर्मी की छुडौती ठहरता है, और विश्वासघाती सीधे लोगों की सन्ती दण्ड भोगते हैं।
पूरा अध्याय पढ़ें नीतिवचन 21
देखें संदर्भ में नीतिवचन 21:18