नीतिवचन 23:5 HHBD

5 क्या तू अपनी दृष्टि उस वस्तु पर लगाएगा, जो है ही नहीं? वह उकाब पक्षी की नाईं पंख लगा कर, नि:सन्देह आकाश की ओर उड़ जाता है।

पूरा अध्याय पढ़ें नीतिवचन 23

देखें संदर्भ में नीतिवचन 23:5