5 बुद्धि को प्राप्त कर, समझ को भी प्राप्त कर; उन को भूल न जाना, न मेरी बातों को छोड़ना।
पूरा अध्याय पढ़ें नीतिवचन 4
देखें संदर्भ में नीतिवचन 4:5