6 इसलिये उसे जीवन का समथर पथ नहीं मिल पाता; उसके चालचलन में चंचलता है, परन्तु उसे वह आप नहीं जानती॥
पूरा अध्याय पढ़ें नीतिवचन 5
देखें संदर्भ में नीतिवचन 5:6