न्यायियों 18:19-25 HHBD

19 उन्होंने उस से कहा, चुप रह, अपने मुंह को हाथ से बन्दकर, और हम लोगों के संग चलकर, हमारे लिये पिता और पुरोहित बन। तेरे लिये क्या अच्छा है? यह, कि एक ही मनुष्य के घराने का पुरोहित हो, वा यह, कि इस्राएलियों के एक गोत्र और कुल का पुरोहित हो?

20 तब पुरोहित प्रसन्न हुआ, सो वह एपोद, गृहदेवता, और खुदी हुई मूरत को ले कर उन लोगों के संग चला गया।

21 तब वे मुड़े, और बाल-बच्चों, पशुओं, और सामान को अपने आगे करके चल दिए।

22 जब वे मीका के घर से दूर निकल गए थे, तब जो मनुष्य मीका के घर के पास वाले घरों में रहते थे उन्होंने इकट्ठे हो कर दानियों को जा लिया।

23 और दानियों को पुकारा, तब उन्होंने मुंह फेर के मीका से कहा, तुझे क्या हुआ कि तू इतना बड़ा दल लिए आता है?

24 उसने कहा, तुम तो मेरे बनवाए हुए देवताओं और पुरोहित को ले चले हो; फिर मेरे पास क्या रह गया? तो तुम मुझ से क्यों पूछते हो? कि तुझे क्या हुआ है?

25 दानियों ने उस से कहा, तेरा बोल हम लोगों में सुनाईं न दे, कहीं ऐसा न हो कि क्रोधी जन तुम लोगों पर प्रहार करें? और तू अपना और अपने घर के लोगों के भी प्राण को खो दे।