न्यायियों 20:28-34 HHBD

28 और पीनहास, जो हारून का पोता, और एलीआजर का पुत्र था उन दिनों में उसके साम्हने हाजिर रहा करता था।) उन्होंने पूछा, क्या मैं एक और बार अपने भाई बिन्यामीनियों से लड़ने को निकल जाऊं, वा उन को छोड़ूं? यहोवा ने कहा, चढ़ाई कर; क्योंकि कल मैं उन को तेरे हाथ में कर दूंगा।

29 तब इस्राएलियों ने गिबा के चारों ओर लोगों को घात में बैठाया।

30 तीसरे दिन इस्राएलियों ने बिन्यामीनियों पर फिर चढ़ाई की, और पहिले की नाईं गिबा के विरुद्ध पांति बान्धी।

31 तब बिन्यामीनी उन लोगों का साम्हना करने को निकले, और नगर के पास से खींचे गए; और जो दो सड़क, एक बेतेल को और दूसरी गिबा को गई है, उन में लोगों को पहिले की नाईं मारने लगे, और मैदान में कोई तीस इस्राएली मारे गए।

32 बिन्यामीनी कहने लगे, वे पहिले की नाईं हम से मारे जाते हैं। परन्तु इस्राएलियों ने कहा, हम भागकर उन को नगर में से सड़कों में खींच ले आएं।

33 तब सब इस्राएली पुरूषों ने अपने स्थान में उठ कर बालतामार में पांति बान्धी; और घात में बैठे हुए इस्राएली अपने स्थान से, अर्थात मारेगेवा से अचानक निकले।

34 तब सब इस्राएलियों में से छांटे हुए दास हजार पुरूष गिबा के साम्हने आए, और घोर लड़ाई होने लगी; परन्तु वे न जानते थे कि हम पर विपत्ति अभी पड़ा चाहती है।