न्यायियों 20:5-11 HHBD

5 तब गिबा के पुरूषों ने मुझ पर चढ़ाई की, और रात के समय घर को घेर के मुझे घात करना चाहा; और मेरी सुरैतिन से इतना कुकर्म किया कि वह मर गई।

6 तब मैं ने अपनी सुरैतिन को ले कर टुकड़े टुकड़े किया, और इस्राएलियों के भाग के सारे देश में भेज दिया, उन्होंने तो इस्राएल में महापाप और मूढ़ता का काम किया है।

7 सुनो, हे इस्राएलियों, सब के सब देखो, और यहीं अपनी सम्मति दो।

8 तब सब लोग एक मन हो, उठ कर कहने लगे, न तो हम में से कोई अपने डेरे जाएगा, और न कोई अपने घर की ओर मुड़ेगा।

9 परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे, अर्थात हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे,

10 और हम सब इस्राएली गोत्रों में सौ पुरूषों में से दस, और हजार पुरूषों में से एक सौ, और दस हजार में से एक हजार पुरूषों को ठहराएं, कि वे सेना के लिये भोजनवस्तु पहुंचाएं; इसलिये कि हम बिन्यामीन के गिबा में पहुंचकर उसको उस मूढ़ता का पूरा फल भुगता सकें जो उन्होंने इस्राएल में की है।

11 तब सब इस्राएली पुरूष उस नगर के विरुद्ध एक पुरूष की नाईं जुटे हुए इकट्ठे हो गए॥