न्यायियों 9:9-15 HHBD

9 तब जलपाई के वृक्ष ने कहा, क्या मैं अपनी उस चिकनाहट को छोड़कर, जिस से लोग परमेश्वर और मनुष्य दोनों का आदर मान करते हैं, वृक्षों का अधिकारी हो कर इधर उधर डोलने को चलूं?

10 तब वृक्षों ने अंजीर के वृक्ष से कहा, तू आकर हम पर राज्य कर।

11 अंजीर के वृक्ष ने उन से कहा, क्या मैं अपने मीठेपन और अपने अच्छे अच्छे फलों को छोड़ वृक्षों का अधिकारी हो कर इधर उधर डोलने को चलूं?

12 फिर वृक्षों ने दाखलता से कहा, तू आकर हम पर राज्य कर।

13 दाखलता ने उन से कहा, क्या मैं अपने नये मधु को छोड़, जिस से परमेश्वर और मनुष्य दोनों को आनन्द होता है, वृक्षों की अधिकारिणी हो कर इधर उधर डोलने को चलूं?

14 तब सब वृक्षों ने झड़बेरी से कहा, तू आकर हम पर राज्य कर।

15 झड़बेरी ने उन वृक्षों से कहा, यदि तुम अपने ऊपर राजा होने को मेरा अभिषेक सच्चाई से करते हो, तो आकर मेरी छांह में शरण लो; और नहीं तो, झड़बेरी से आग निकलेगी जिस से लबानोन के देवदारू भी भस्म हो जाएंगे।