4 मेरा मन झुलसी हुई घास की नाईं सूख गया है; और मैं अपनी रोटी खाना भूल जाता हूं।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 102
देखें संदर्भ में भजन संहिता 102:4