18 ऊंचे पहाड़ जंगली बकरों के लिये हैं; और चट्टानें शापानों के शरणस्थान हैं।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 104
देखें संदर्भ में भजन संहिता 104:18