12 उस समय तो वे गिनती में थोड़े थे, वरन बहुत ही थोड़े, और उस देश में परदेशी थे।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 105
देखें संदर्भ में भजन संहिता 105:12