26 उसने अपने दास मूसा को, और अपने चुने हुए हारून को भेजा।
27 उन्होंने उनके बीच उसकी ओर से भांति भांति के चिन्ह, और हाम के देश में चमत्कार दिखाए।
28 उसने अन्धकार कर दिया, और अन्धियारा हो गया; और उन्होंने उसकी बातों को न टाला।
29 उसने मिस्त्रियों के जल को लोहू कर डाला, और मछलियों को मार डाला।
30 मेंढक उनकी भूमि में वरन उनके राजा की कोठरियों में भी भर गए।
31 उसने आज्ञा दी, तब डांस आ गए, और उनके सारे देश में कुटकियां आ गईं।
32 उसने उनके लिये जलवृष्टि की सन्ती ओले, और उनके देश में धधकती आग बरसाई।