18 उनका जी सब भांति के भोजन से मिचलाता है, और वे मृत्यु के फाटक तक पहुंचते हैं।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 107
देखें संदर्भ में भजन संहिता 107:18