27 वे चक्कर खाते, और मत वाले की नाईं लड़खड़ाते हैं, और उनकी सारी बुद्धि मारी जाती है।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 107
देखें संदर्भ में भजन संहिता 107:27