39 फिर अन्धेर, विपत्ति और शोक के कारण, वे घटते और दब जाते हैं।
40 और वह हाकिमों को अपमान से लाद कर मार्ग रहित जंगल में भटकाता है;
41 वह दरिद्रों को दु:ख से छुड़ा कर ऊंचे पर रखता है, और उन को भेड़ों के झुंड सा परिवार देता है।
42 सीधे लोग देख कर आनन्दित होते हैं; और सब कुटिल लोग अपने मुंह बन्द करते हैं।
43 जो कोई बुद्धिमान हो, वह इन बातों पर ध्यान करेगा; और यहोवा की करूणा के कामों पर ध्यान करेगा॥