भजन संहिता 18:42-48 HHBD

42 तब मैं ने उन को कूट कूटकर पवन से उड़ाई हुई धूलि के समान कर दिया; मैं ने उन को गली कूचों की कीचड़ के समान निकाल फेंका॥

43 तू ने मुझे प्रजा के झगड़ों से भी छुड़ाया; तू ने मुझे अन्यजातियों का प्रधान बनाया है; जिन लोगों को मैं जानता भी न था वे मेरे आधीन हो गये।

44 मेरा नाम सुनते ही वे मेरी आज्ञा का पालन करेंगे; परदेशी मेरे वश में हो जाएंगे।

45 परदेशी मुर्झा जाएंगे, और अपने किलों में से थरथराते हुए निकलेंगे॥

46 यहोवा परमेश्वर जीवित है; मेरी चट्टान धन्य है; और मेरे मुक्तिदाता परमेश्वर की बड़ाई हो।

47 धन्य है मेरा पलटा लेने वाला ईश्वर! जिसने देश देश के लोगों को मेरे वश में कर दिया है;

48 और मुझे मेरे शत्रुओं से छुड़ाया है; तू मुझ को मेरे विरोधियों से ऊंचा करता, और उपद्रवी पुरूष से बचाता है॥