37 खरे मनुष्य पर दृष्टि कर और धर्मी को देख, क्योंकि मेल से रहने वाले पुरूष का अन्तफल अच्छा है।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 37
देखें संदर्भ में भजन संहिता 37:37