8 तू मेरे मारे मारे फिरने का हिसाब रखता है; तू मेरे आंसुओं को अपनी कुप्पी में रख ले! क्या उनकी चर्चा तेरी पुस्तक में नहीं है?
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 56
देखें संदर्भ में भजन संहिता 56:8