7 वह परमेश्वर के सम्मुख सदा बना रहेगा; तू अपनी करूणा और सच्चाई को उसकी रक्षा के लिये ठहरा रख।
पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 61
देखें संदर्भ में भजन संहिता 61:7