यिर्मयाह 51:30-36 HHBD

30 बाबुल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इनकार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देख कर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेण्डे तोड़े गए हैं।

31 एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देने वाला दूसरे समाचार देने वाले से मिलने और बाबुल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;

32 और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाये गए, ओर योद्धा घबरा उठे हैं।

33 क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यों कहता है: बाबुल की बेटी दांवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।

34 बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे छूछे बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ की नाईं मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जान कर अपना पेट मुझ से भर लिया है, उसने मुझ को बरबस निकाल दिया हे।

35 सिय्योन की रहने वाली कहेगी, कि जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबुल पर पलट जाए। और यरूशलेम कहेगी कि मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहने वालों पर लगे।

36 इसलिये यहोवा कहता है, मैं तेरा मुक़द्दमा लड़ूंगा और तेरा बदला लूंगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सुखा दूंगा;