17 इस कारण हमारा हृदय निर्बल हो गया है, इन्हीं बातों से हमारी आंखें धुंधली पड़ गई हैं,
पूरा अध्याय पढ़ें विलापगीत 5
देखें संदर्भ में विलापगीत 5:17