2 हमारा भाग परदेशियों का हो गया ओर हमारे घर परायों के हो गए हैं।
3 हम अनाथ और पिताहीन हो गए; हमारी माताएं विधवा सी हो गई हैं।
4 हम मोल ले कर पानी पीते हैं, हम को लकड़ी भी दाम से मिलती है।
5 खदेड़ने वाले हमारी गर्दन पर टूट पड़े हैं; हम थक गए हैं, हमें विश्राम नहीं मिलता।
6 हम स्वयं मिस्र के आधीन हो गए, और अश्शूर के भी, ताकि पेट भर सकें।
7 हमारे पुरखाओं ने पाप किया, ओर मर मिटे हैं; परन्तु उनके अधर्म के कामों का भार हम को उठाना पड़ा है।
8 हमारे ऊपर दास अधिकार रखते हैं; उनके हाथ से कोई हमें नहीं छुड़ाता।