12 परन्तु तुम्हारे जंजाल, और भार, और झगड़े रगड़े को मैं अकेला कहॉ तक सह सकता हॅू।
पूरा अध्याय पढ़ें व्यवस्थाविवरण 1
देखें संदर्भ में व्यवस्थाविवरण 1:12