25 शापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये धन ले। तब सब लोग कहें, आमीन॥
पूरा अध्याय पढ़ें व्यवस्थाविवरण 27
देखें संदर्भ में व्यवस्थाविवरण 27:25