श्रेष्ठगीत 6:1-7 HHBD

1 हे स्त्रियों में परम सुन्दरी, तेरा प्रेमी कहां गया? तेरा प्रेमी कहां चला गया कि हम तेरे संग उसको ढूंढने निकलें?

2 मेरा प्रेमी अपनी बारी में अर्थात बलसान की क्यारियों की ओर गया है, कि बारी में अपनी भेड़-बकरियां चराए और सोसन फूल बटोरे।

3 मैं अपने प्रेमी की हूं और मेरा प्रेमी मेरा है, वह अपनी भेड़-बकरियां सोसन फूलों के बीच चराता है।

4 हे मेरी प्रिय, तू तिर्सा की नाईं सुन्दरी है तू यरूशलेम के समान रूपवान है, और पताका फहराती हुई सेना के तुल्य भयंकर है।

5 अपनी आंखें मेरी ओर से फेर ले, क्योंकि मैं उन से घबराता हूं; तेरे बाल ऐसी बकरियों के झुण्ड के समान हैं, जो गिलाद की ढलान पर लेटी हुई देख पड़ती हों।

6 तेरे दांत ऐसी भेड़ों के झुण्ड के समान हैं जिन्हें स्नान कराया गया हो, उन में प्रत्येक दो दो जुड़वा बच्चे देती हैं, जिन में से किसी का साथी नहीं मरा।

7 तेरे कपोल तेरी लटों के नीचे अनार की फाँक से देख पड़ते हैं।