2 उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है।
पूरा अध्याय पढ़ें सभोपदेशक 1
देखें संदर्भ में सभोपदेशक 1:2